धर्म क्या है और धर्म की सही परिभाषा क्या है? what is real meaning of religion

dharma ki sahi paribhasha kya hai

 what is real meaning of religion? dharma ki sahi paribhasha kya hai जब भी कहीं [ religion] धर्म की बात होती है तो अक्सर हम हिन्दू, मुस्लिम, सिख ईसाई यहूदी और बौद्ध धर्म इत्यादि के बारे में बात करते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि आज ये सारे धर्म, पाखंड बन चुके हैं। वास्तव में … Read more

जीवन और मृत्यु क्या है | secret of life and death

jivan aur mrityu kya hai

जीवन और मृत्यु क्या है ? life and death cycle मृत्यु एक ऐसा रहस्य है। जिसको सदियों से सुलझाने की कोशिश की जा रही है। परंतु आज इसे सुलझाया नहीं जा सका है। इस विषय अभी तक हजारों किताबें लिखी जा चुकी है परंतु आज भी कई सवाल ज्यों के त्यों बने हुए हैं। जैसे- … Read more

what is meaning of life| आपके जीवन का क्या अर्थ है ?

jivan ka sachcha arth kya hai

what is true meaning of life| हमारे जीवन का क्या अर्थ है? अगर कोई व्यक्ति मरना चाह्ता है तो क्या वास्तव मे वह मरना चाहता है या या वह कुछ और ही चाहता है। मेरे ख्याल से वह मरना तो नही चाहता होगा। शायद उसे अपने जीने का कोई अर्थ नही दिखाई दे रहा होगा। … Read more

मानव जीवन का उद्देश्य क्या हैं | क्या है जीवन का अर्थ

what is definition of life

मानव जीवन का उद्देश्य क्या है|manav Jeevan Ka arth kya hai Definition of life एक बार मैंने किसी व्यक्ति से पूछा कि तुम्हारी जिंदगी का उद्देश्य क्या है ? तुम किसलिए जी रहे हो ? तो पता है उसने क्या जवाब दिया – अरे मतलब क्या है कुछ नहीं, कमाना है, खाना है, ऐश करना है और मर जाना है। … Read more

अच्छे लोगों के साथ बुरा क्यों होता है| acche logo ke sath Bura kyon hota hai

अच्छे लोगों के साथ हमेशा बुरा ही क्यों होता है| acche logo ke sath Bura kyon hota hai दोंस्तो  हमलोग रोजाना अखबार या टीवी पर चोरी डकैती हत्या दुष्कर्म अपहरण आदि के अपराध पढ़ते या सुनते है, और इन सब बातों को इग्नोर कर देते है क्योंकि इन सब बातों से हमे कोई फर्क नही पड़ता।   हां हमे फर्क … Read more

मानवता की परिभाषा क्या है?

what is meaning of humanity

मानवता की परिभाषा क्या है * दुनिया में इतना दुख क्यों है ? क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में इतना दुख क्यों है?  क्योंकि हम मनुष्यों की सोच ही छोटी है और छोटी सोच वाला मनुष्य हमेशा अपना – पराया देखता है। हमेशा सिर्फ अपने हित और दुसरों के अहित की बात सोचता … Read more