early morning wake up benefits | सुबह जल्दी उठने के 5 ज़बरदस्त फायदे
wake-up early morning
सुबह जल्दी उठना सेहत के लिए अच्छा होता है। यह हम सभी बचपन से ही किताबों में पढते आ रहे हैं कि हमारे परिवार के बड़े-बुजुर्ग भी बार-बार सुबह जल्दी उठने के लिए कहते हैं। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग अपने आलस औरलापारवाही की वजह से सुबह जल्दी नहीं उठना चाहते। बेशक सुबह-सुबह की नींद का मजा ही कुछ और होता है। लेकिन यकीन मानिए अगर आप सुबह जल्दी नहीं उठते तो आप जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को छूने से वंचित रह जाते हैं। अगर आप सुबह देर तक सोते रहते हैं तो आप कई सारे बेशकीमती उपहारों को खो रहे हैं जो प्राकृत हर सुबह अपने खजाने से लुटाती है। शायद इसीलिए कहा गया है कि जो सोया वो खोया और जो जागा वो पाया। मुझे बचपन से ही सुबह 4 से 5 बजे के बीच उठने की आदत है। कभी-कभार ही ऐसा होता है कि मेरी नींद 6 से 7 बजे के बीच खुलती हैं और ऐसा तभी होता हैं जब content लिखने के लिए या विडियो एडिटिंग के लिए रात भर जागना पड़ता है। इस एक आदत ने मेरे जीवन को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुबह जल्दी उठकर मुझे जो बुद्धि, विवेक, आनंद, जागरूकता और अनुभव मिला है वहीं मैं आपको अपने articles के माध्यम से देने की कोशिश करता हूं। मैं जानता हूं कि मेरे कहने से आप सवेरे जल्दी उठने की आदत नहीं डालेंगे क्योंकि हम इंसानो की ये कुदरती फितरत है कि हमें जब तक किसी काम में फायदा दिखाई नहीं देता तब तक हम उस काम को नहीं करते। इसलिए इस article में मैंने पूरी स्टडी, रिसर्च और अनुभव के आधार पर सुबह जल्दी उठने के 5 ज़बरदस्त फायदे बताए हैं कि इसे जानने के बाद आप कल से ही सुबह जल्दी उठना चाहेंगे।
सुबह जल्दी उठने से क्या होता है?
दुनिया के सबसे लोकप्रिय और सफल लोगों पर नजर रखने वाले अमेरिकी डेटा कंपनी मार्निंग कंसल्टेंट ने हाल में ही एक सर्वे किया था जिसमें उन्होंने पाया कि दुनिया में जितने भी सक्सेसफुल लोग हैं उनमें से 80% लोग सुबह जल्दी उठते हैं। सुबह जल्दी उठने वाले लोगों में एप्पल के सीईओ टिम कुक, अमेजन के सीईओ जेफ बेज़ोस, पेप्सिको की सीईओ इंदिरा नूई, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग, रिचर्ड ब्रैनसन, जैक मा, मुकेश अंबानी, रतन टाटा, अक्षय कुमार, जिम रौन,और हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सुबह जल्दी उठना पसंद करते हैं।
प्रख्यात लेखिका लावरा वानडरकाम ने भी इसी टापिक पर एक बुक लिखी है। “व्हाट द मोस्ट सक्सेसफुल पीपुल डू बिफोर ब्रेकफास्ट’। सैकड़ों कामयाब लोगों की रुटीन पर स्टडी करने के बाद वे लिखती हैं कि लगभग सभी कामयाब लोग सुबह जल्दी उठकर एक्सरसाइज, योगा, मेडिटेशन और रिडिंग इत्यादि करते हैं। यानी सुबह उठकर सबसे पहले वे अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर काम करते हैं।
ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार सुबह जल्दी उठने की आदत फिजिकल हेल्थ के लिए तो वरदान है ही साथ ही ये मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होती है।सुबह उठकर एक्सरसाइज, मेडिटेशन, रनिंग, वाकिंग या कोई भी फिजिकल एक्टिविटीज करने से हमारा माइंड एंडोर्फिन और सेरोटोनिननामक हार्मोन रिलीज करता है। जिसकी वजह से चिंता और तनाव कम होता है और हमें शांति सुकून और खुशी का एहसास होता है।
2. मैसाचुसेट्स मेडिकल सोसायटी की एक रिपोर्ट के अनुसार रात भर के आराम के बाद सुबह हमारे माइंड सबसे बड़ा एरिया सेरेब्रम कोर्टेक्स सबसे ज्यादा एक्टिव होता हैं। माइंड का यह हिस्सा हमारे सोचते, समझने और याद रखने की क्षमता को कंट्रोल करता है। यहां से हम किसी भी चीज को सोच पाते हैं प्लानिंग कर पाते हैं और यही पर थॉट प्रोसेसिंग होते हैं। इसलिए यह हिस्सा हमारे इंटेलिजेंस और फोकस के लिए इंपोटेंट होता है। इस रिपोर्ट के अनुसार सुबह के समय हमारा माइंड ज्यादा क्रियेटिव और प्रोडक्टिव होता है। इसलिए यदि सुबह के समय रिंडिंग करते हैं, सेल्फ डेवलपमेंट पर काम करते हैं। अपने गोल्स पर अपने आईडियाज पर काम करते हैं। तो इसके ज्यादा बेहतर परिणाम मिलते हैं। वैज्ञानिक शोधों से यह साबित हो चुका है कि सुबह जल्दी उठने से हमारी एकाग्रता बढ़ती है, हमारा दिमाग तेज होता हैं और याददाश्त भी बढ़ती रहती हैं। यानी सुबह उठने वाले लोगों की बुद्धि देर से उठने वालों के मुकाबले तेज होती है।हालांकि ऐसा नहीं है कि सुबह देर तक सोने वाले लोग कमजोर होते हैं। एक रिसर्च में ये भी सामने आया है कि जो लोग देर रात जगकर काम करते हैं, वो ज्यादा क्रिएटिव होते हैं. उनके काम करने की स्पीड भी काफी तेज होती है। परंतु बुद्धि विवेक और अन्य मानवीय गुणों में सुबह जल्दी जागने वाले लोग बाजी मार ले जाते हैं। जैसे सुबह जल्दी जागने वाले लोग कर्तव्यनिष्ठ, मिलनसार, ईमानदार, उदार और अंतर्मुखी होते हैं।
3. इसके अतिरिक्त सुबह उठने से आप पूरा दिन एनर्जेटिक और चुस्त-दुरुस्त रहते हैं। सुबह जल्दी उठने से आपको बाकी लोगों की तुलना से 2 से 3 धंटे एक्स्ट्रा टाइम मिल जाता है। इससे आपको बिना किसी हड़बड़ी के अपने सभी कामों को निपटाने का पर्याप्त समय मिल जाता है।
4. आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य को सूरज के निकलने से पहले उठकर नित्य क्रिया से निवृत्त हो जाना चाहिए। महर्षि पतंजलि के अनुसार रात को वात और सुबह में कफ प्रबल होता है। अतः 4 से 6 तक का समय मल विसर्जन के लिए उपयुक्त होता है। इस समय पेट आसानी से साफ होता है और शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है। इसलिए सुबह जल्दी उठने वालो को कब्ज, एसिडिटी और गैस्ट्रिक जैसी पेट से संबंधित बिमारियां जल्दी नहीं होती। जो लोग सुबह 7 के बाद जो बाथरूम जाते है। उनका पेट ठीक से साफ नहीं हो पाता। इस आपको यकीन ना हो तो आप इस बात को स्वयं अनुभव कर सकते हैं।
सुबह 3:00 से 5:00 बजे उठने से क्या होता है?
5. सुबह 3:00 से 5:00 बजे के बीच के समय हमारा वायुमंडल काफी हद तक प्रदूषण रहित होता है। इस समय दिन के मुकाबले वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिक होती है। सुबह-सुबह की शुद्ध वायु हमारे तन-मन को स्फूर्ति और ऊर्जा से भर देती है। फेंफड़ों की शक्ति बढ़ती है, जिससे रक्त शुद्ध होता है। प्रातः काल के समय समय में बहने वाली हवा कारण हमारे स्वास्थ्य के लिए अमृत तुल्य होती है। इस समय उठ कर टहलने से शरीर में शक्ति का संचार होता है। इसके स्पर्श से हमारे शरीर में तेज, बल शक्ति, स्फूर्ति एवं का संचार होता है। सुबह की पहली किरण में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी होता है। जो हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अति आवश्यक है।
सिख धर्म में इस समय के लिए बेहद सुन्दर नाम है–“अमृत वेला“, जहां नाम से ही इस समय का महत्व साबित हो जाता है।
इस समय प्रकृति में सात्विक गुण होते हैं। सुबह की ठंडी हवा से मन को शांति और इंद्रियों को ताजगी मिलती है। सुबह के शांत वातावरण में फुलों की खुशबू और पक्षियों की चहचाहट से सुबह का माहौल अत्यंत आनंददायक हो जाता है। अगर आप चाहे तो इस आनंद को स्वयं अनुभव कर सकते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त में उठने के फायदे
हमारे शास्त्रों में भी प्रातःकाल को ब्रह्म मुहूर्त कहा गया है। ब्रह्म मुहूर्त का अर्थ होता है रात का अंतिम प्रहर अथवा सूरज निकलने के पहले।
ऋग्वेद में कहा गया हैं कि जो मनुष्य सुबह उठता है, उसकी आयु लंबी होती है। ब्रह्म मुहूर्त में तम एवं रजो गुण की मात्रा बहुत कम होती है तथा इस समय सत्वगुण का प्रभाव अधिक होता है, इसलिए इस काल में मन शुद्ध और सात्विक होता है और बुरे विचार शांत हो जाते हैं।
प्राचीन काल में ब्रह्म मुहूर्त में ही गुरुओं द्वारा अपने शिष्यों को वेदों एवं शास्त्रों का अध्ययन करवाया जाता था। संसार के महान पुरुष और बड़े-बड़े विद्वान ब्रह्म मुहूर्त में ही उठकर अध्ययन और योग साधना इत्यादि करते थे।
सुबह जल्दी उठना केवल शरीर के लिए ही नहीं दिल और दिमाग दोनों के लिए भी किसी दवा से कम नहीं है। एक स्टडी के अनुसार सुबह का संबंध केवल हमारे स्वास्थ्य से ही नहीं बल्कि बल्कि हमारी मानसिक खुशी, आर्थिक सुख, समृद्धि, और सफलता से भी है। सुबह जागने वाले अधिकतर लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ्य तो होते ही है। साथ ही वे जीवन के सभी क्षेत्रों में सफल साबित होते हैं। तो यदि आप भी सुबह जल्दी उठने की आदत डाल लें तो आपको जीवन के सभी क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव दिखाई देने शूरू हो जायेगें। इसलिए मेरी सलाह है कि आप भी कल से सुबह उठकर स्वयं इस परिवर्तन को अनुभव करें।
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