small motivational stories in hindi
दुनिया का हर असफल आदमी अपनी असफलता के लिए कोई ना कोई बहाना अवश्य बनाता है। यदि आप भी ऐसे लोगों में शामिल हो तो आज से अपने बहानों के ओट में छुपाना छोड़ दो। क्योंकि आज हम आपको हम ऐसे ही कुछ महान लोगो की small motivational stories सुनाते हैं। जो चाहते तो अपनी कमजोरियां का बहाना बना सकते थे परंतु उन्होंने बहाना नहीं बनाया। वे दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर प्रयास में जुटे रहे और अपने जीवन में सफलता के शिखर तक पहुंचे।
small motivational story of Thomas Alva Edison in hindi

ये है, (thomas alva adison) थॉमस अल्वा एडिसन। आपके घर में जो बल्ब जलता है। उसका आविष्कार इन्होने ही किया था। बल्ब को बनाने में ये एक दो बार नही एक हजार बार असफल हुए थे। परंतु वे इसे असफलता नहीं बल्कि सीखना मानते थे। वे कहते थे- मैं असफल नहीं हुआ हूं, मैंने 1000 ऐसे तरीके खोज लिए हैं जिन से बल्ब नहीं बनाया जा सकता। अपने इसी सिद्धांत की वजह से वे बल्ब बनाने में सफल हुए। अगर वे भी इस सीखने की प्रक्रिया को असफलता मानकर हार मान जाते तो शायद आज भी आप लालटेन जला कर पढ़ाई कर रहे होते।
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small motivational story of A P J Abdul kalam in hindi

ये है- भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक ( apj abdul kalam) डॉ एपीजे अब्दुल कलाम । इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक अत्यंत गरीब परिवार में हुआ था। इनका बचपन इतनी गरीबी में बीता था कि वे अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए ट्रेनों में अखबार बेचते थे। उन्होंने 10 साल की छोटी सी उम्र से ही अपने परिवार की आय में मदद करने के लिए अखबार बेचना शुरू किया था। वे सुबह जल्दी उठकर, रामेश्वरम रोड रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर पैदल चलकर अखबार इकट्ठा करते थे और फिर उन्हें शहर में वितरित करने के बाद स्कूल जाते थे। मगर इन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया कि मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं। इन्होंने अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाया और भारत के सबसे सफल वैज्ञानिक बने।
small motivational story of dhirubhai ambani in hindi
इनसे मिलिए, ये हैं- (dhiru bhai ambani) ‘धीरूभाई अंबानी’ रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक। केवल हाईस्कूल तक पढ़ाई करने वाले धीरूभाई अंबानी गरीबी की वजह से हाई स्कूल से आगे नहीं पढ़ पाए। पैसे की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़कर बेरोजगार के लिए मुंबई आ गए। जब वे मुंबई आए तो उनके पास केवल ₹500 थे। उसी ₹500 से उन्होंने सामान खरीद कर पकौड़े बेचना शुरू किया। बाद में उन्होंने पेट्रोल पंप पेट्रोल पंप पर भी काम किया। फिर कुछ पैसे जुटाकर उन्होंने बिजनेस करना शुरू किया। और आखिर में जब उनकी मौत हुई तो उनकी कंपनी का टर्नओवर था 75000 करोड रुपए। इसलिए आप पैसे की कमी का बहाना भी नहीं बना सकते।
small motivational story of sachin tendulkar in hindi
इनको कौन नहीं जानता ये है क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले [sachin tendulkar] सचिन तेंदुलकर। कैरियर के शुरुआती दिनों में लोग इनका मजाक उड़ाया करते थे क्योंकि इनके छोटे कद की वजह से गेंद इनके सर के ऊपर से निकल जाती थी। यह चाहते तो छोटे कद का बहाना बनाकर क्रिकेट खेलना छोड़ सकते थे। लेकिन इन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया बल्कि अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाया। आज सारी दुनिया इन्हें क्रिकेट का भगवान् कहती हैं।
small motivational story of arunima Sinha in hindi
इनसे मिलिए, ये है [arunima sinha] अरुणिमा सिन्हा। इनका जन्म 1988 में भारत के अंबेडकर नगर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था बास्केटबॉल की नेशनल खिलाड़ी रही अरुणिमा सिन्हा को 2011 में बदमाशों ने चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। ट्रेन की पटरियों के बीच गिरी ये लड़की रात भर दर्द से चीखते हुए अपनी मौत का इंतजार करती रही। सुबह लोगों ने इन्हें बेहोशी की हालत में हॉस्पिटल पहुंचाया टूटे पैरों में इन्फेक्शन होने की वजह से डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा और दुसरे पैर में राॅड लगानी पड़ी। ऐसी बुरी परिस्थितियों में इन्होंने ठान लिया कि दुनिया के सबसे ऊंची चोटी माउंट को फतह करके दुनिया को दिखा देना है कि वह विकलांग और कमजोर नहीं है। विकलांग होने के बावजूद इन्होंने महीनों तक कड़ी ट्रेनिंग ली और आखिरकार एक दिन मौत से लड़ते हुए एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहरा दिया। आपको क्या लगता है एक लंगडी लड़की के लिए दुनिया की सबसे ऊंची पहाड़ की चोटी पर फतह करना आसान काम रहा होगा। क्या वे चाहती तो बिन विकलांग होने का बहाना बनाकर घर में नहीं बैठ सकती थी।
small motivational story of nick vujicic in hindi

इनसे मिलिए, ये है- [nick vujicic] निक वुजिक। इनका जन्म 4 दिसंबर 1982 को मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया)में हुआ था। बिना हाथ पैरों के जन्मे इस व्यक्ति का जीवन शुरू से ही काफी चुनौतीपूर्ण रहा।अपने कठिन जीवन से तंग आकर इन्होंने एक बार सुसाइड की भी कोशिश की थी परंतु वे बच गए। एक बार उनकी मां ने अखबार में प्रकाशित एक विकलांग व्यक्ति के संघर्ष और सफलता की कहानी इनको पढ़ के सुनाई। तभी से इनका जीवन बदल गया। आज ये एक मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक है। पूरी दुनिया में इनके लाखों-करोड़ों प्रशंसक है,आज ये जहां जाते हैं वहां तालियों की गड़गड़ाहट से इनका स्वागत होता है। इनका जीवन उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो अपनी कमजोरियों का बहाना बनाकर हार मान लेते हैं।
small motivational story of stephen hawking in hindi

जरा इनसे मिलिए, ये है, [stephen hawking] स्टीफन हॉकिंग। क्या आपको यकीन है कि जो व्यक्ति अपनी जगह से हिल-डुल नहीं सकता, कुछ बोल नहीं सकता वह व्यक्ति दुनिया का सबसे महान वैज्ञानिक हो सकता है। स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 ऑक्सफोर्ड, (इंग्लैण्ड) में एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन में ये रोड न्यूरोंस नामक बीमारी के शिकार हो गए। जिसकी वजह से इनके शरीर की कोशिकाओं ने काम करना बंद कर दिया। इनके दिमाग के अलावा इनके शरीर का कोई भी हिस्सा काम नहीं करता था। फिर भी इन्होंने पढ़ाई पूरी की और विज्ञान जगत में ऐसे ऐसे अविष्कार किए कि सारी दुनिया चकित रह गई। ब्लैक होल्स, बिग बैंग थ्योरी और गुरुत्वाकर्षण जैसे ब्रह्मांड के रहस्यों पर अनोखे रिसर्च की वजह से ये विज्ञान जगत के सेलिब्रिटी बन गए। ये कहते थे कि अगर मुझे यह बीमारी नहीं होती तो मैं शायद इतना सफल नहीं हो पाता।
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एक गरीब लड़के की दिल को छू लेने वाली love story hindi me💔part-4
इनके अतिरिक्त और भी लाखों महान लोग हैं जिन्होंने अपनी कमजोरियों का बहाना नहीं बनाया और इस दुनिया में इतिहास रच कर चले गए। दोस्तों बहाने बनाना बहुत आसान है। लेकिन अगर आप अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, सफलता की ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं। तो आपको बहाने बनाना बंद करके जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी। क्योंकि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप गरीब परिवार में पैदा हुए हो। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास पैसे नहीं है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने पढ़े लिखे हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप नाटे हैं, मोटे हैं, काले हैं, दुबले हैं, पतले हैं, या विकलांग है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। क्योंकि जिसे पढ़ना है वह लाइट जाने के बाद भी टॉर्च जलाकर पढ़ लेगा। वह बहाना नहीं बनाएगा की लाइट चली गई अब मैं कैसे पढ़ाई करूं। जिसे अपने मंजिल पर पहुंचना है वह ऑटो पकड़ कर भी अपने मंजिल पर पहुंच जाएगा।वह ये बहाना नहीं बनाएगा की ट्रेन छुट गई या बस छुट गई। इस दुनिया का इतिहास ऐसे हजारों लोगों की कहानियों (motivational stories) से भरा हुआ है जिन्होंने बद से बदतर हालातों में भी बहाना नहीं बनाया और अपने जीवन में सफलता क्यों ऊंचाइयों को छुआ।
इन motivational stories से आपको क्या सीख मिली। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं। हमारे साथ जुड़ने के लिए हमें Facebook, Instagram pintrest linkedin पर फॉलो करें और हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें।
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