99% लोग नहीं जानते कि motivation और inspiration में क्या फर्क होता है?

Difference between motivation and inspiration in hindi|Motivation और inspiration में क्या फर्क होता है।

motivation aur inspiration mein kya fark hota hai, difference between motivation and inspiration

motivation vs inspiration

अगर आप Motivational videos देखना पसंद करते हैं तो आपने Motivation और inspiration इन दोनों words को बहुत बार सुना होगा। और संभवतः आप भी यही समझ रहे होंगे कि इन दोनों words का एक ही मतलब होता है। लेकिन आपमें से अधिकांश लोग ये नहीं जानते होंगे कि Motivation और inspiration के बीच बहुत  difference होता है। इसलिए इस article में हम बताने जा रहे हैं कि motivation inspiration mein kya fark hota hai.

Motivation and inspiration in Hindi

 सबसे पहले हम इनके mining के बारे में बात करते हैं। motivation का हिंदी mining होता है- प्रेरणा। और inspiration का हिंदी mining होता है- प्रेरणाश्रोत। इसके साथ-साथ इन दोनों के स्रोत भी अलग-अलग होते हैं। मोटिवेशन का स्त्रोत external होता है और इंस्पिरेशन का स्त्रोत internal होता है। यदि आसान शब्दों में कहें तो मोटिवेशन हमें किसी दूसरे व्यक्ति से मिलता है परंतु इंस्पिरेशन हमें अपने खुद के अंदर से मिलता है। आइए अब जरा इन दोनों शब्दों को अलग अलग समझते हैं।

what is motivation in hindi

सबसे पहले बात करते हैं हम Motivation के बारे में। जब हम audio, video के द्वारा किसी की motivational speech सुनते हैं या किसी books में motivational content पढ़ते हैं तो हम उससे motivate हो जाते है। हमारे अंदर एकदम से जोश जुनून और एनर्जी आ जाती है। हमें लगता है कि शायद हम भी दुनिया में कुछ बड़ा कर सकते हैं या हमें भी कुछ बड़ा करना चाहिए। हम सोचने लगते हैं कि जब दूसरे लोग कर सकते है तो हम क्यों नहीं कर सकते। इसके अलावा जब कभी भी हम जीवन में निराश और हताश हो जाते हैं। तो हमें Motivation की जरूरत महसूस होती है। जो हमें फिर से charge up कर सके। और ऐसे हालात में जब कोई हमें हिम्मत देता है, हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। तो हम फिर से motivate हो जाते हैं।

importance of motivation in hindi

उदाहरण के लिए- महाभारत युद्ध में जब अर्जुन धर्म संकट में पड़ गए थे तो भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें मोटिवेट किया था। रामायण में सीता की खोज के दौरान जब कोई भी बंदर हिंद महासागर को पार करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था तो जामवंत ने हनुमान जी को मोटिवेट किया था। इसी प्रकार हमारे दैनिक जीवन में भी कई ऐसे लोग होते हैं जो विषम परिस्थितियों में हमें मोटिवेट करते हैं। लेकिन दिक्कत वाली बात यह है कि जब तक उनकी बातें हमारे दिलों दिमाग में रहती है तभी तक हम मोटिवेट रहते है। फिर धीरे-धीरे हमारा मोटिवेशन खत्म हो जाता है। यानी हम फिर से अपने पुराने रंग में वापस लौट जाते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि केवल Motivation के दम पर हम कभी भी जीवन में सक्सेस हासिल नहीं कर सकते।। उसके लिए हमे खुद के inspiration की जरूरत होती है।

Inspiration meaning in Hindi

तो अब यह inspiration क्या होता है, इसे भी जान लीजिए। इंस्पिरेशन का सीधा मतलब होता है- खुद के अंदर प्रेरणा का स्रोत।‌ वैसे आप चाहे तो इसे जुनून भी कह सकते हैं। कई बार हम किसी सक्सेसफुल व्यक्ति के जीवन inspired होकर मन ही मन दृढ संकल्प कर लेते हैं कि हमें किसी भी हाल में उनके जैसा बनना ही है। हम अपने आइडियल से प्रेरित होकर अपना कोई लक्ष्य बना लेते हैं।  उसके बाद वहीं लक्ष्य हमारे inspiration का स्त्रोत बन जाता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि हमें हमारे जीवन की किसी घटना से ही कोई एक कारण मिल जाता है। जिससे inspire होकर हमें अपने जीवन का एक लक्ष्य बना लेते हैं।
इसके अतिरिक्त inspiration के दो और स्त्रोत होते है, जरूरत और डर। जरुरत और डर इंस्पिरेशन के इतने बड़े स्त्रोत है कि ये निकम्मे से निकम्मे इंसान को भी भागने पर मजबूर कर देती है। और वो भी बिना मोटिवेशन के। क्योंकि जरूरत और डर ऐसी चीज है। जिसके लिए इंसान कुछ भी कर सकता है। उदाहरण के लिए- जब आपको बहुत जोर से भूख लगी हो तो आपको भोजन का इंतजाम करने के लिए किसी मोटिवेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप कैसे भी कहीं से भी अपने लिए भोजन का इंतजाम करेंगे क्योंकि आपको डर होता है कि बिना भोजन के आप भूखे मर जाएंगे। उसी प्रकार जब हमारे life में प्यार या पैसे की कमी होती है तो हमारे अंदर से इंस्पिरेशन आता है कि हमें किसी तरह इस कमी को पूरा करना होगा अन्यथा इसके बिना जीवन नहीं चल पाएगा। यह बात अलग है हम कई बार अपनी अंतरात्मा की आवाज को अनदेखा कर देते हैं।

what is the importance of inspiration in hindi

अगर आप किसी सक्सेसफुल व्यक्ति के जीवन को गहराई से अध्ययन करेंगे तो आपको उनकी सफलता का कोई ना कोई कारण अवश्य मिल जाएगा। जैसे न्यूटन ने सेब को पेड़ से नीचे गिरते हुए देखा तो उसको वैज्ञानिक बनने का एक कारण मिल गया। जैसे दशरथ मांझी को अपनी पत्नी की मौत से, पहाड़ को काट‌ कर रास्ता बनाने का एक कारण मिल गया। अगर हम अपनी बात करें तो हमारे जीवन में‌ भी ऐसी कई घटनाएं हैं, जिससे हमें inspiration मिलता है। हमारे पास ऐसे कई कारण है जो हम रात भर जाग कर आपके लिए कंटेंट लिखने को Inspire करते हैं। जो हमें लागातार आगे बढ़ने के लिए inspire करते है। इस तरह जब हम अपनी जरूरत और डर को ध्यान में रखते हुए अपने लक्ष्य को हासिल करने में जुट जाते हैं। तो वहीं लक्ष्य हमें एक्शन लेने के लिए मजबूर कर देता है। इसलिए हम बार बार कहते हैं कि हमारे जीवन में कोई ना कोई लक्ष्य जरूर होना चाहिए। क्योंकि यदि भविष्य में कभी हमें  straggle भी मिलता है तो हमारे आंखों के सामने हमारा लक्ष्य नजर आता है। जो हमें फिर से उठ खड़े होने के लिए इंस्पायर करता है। इसलिए हमेशा याद रखें कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में सक्सेस हासिल करने के लिए केवल मोटिवेशन ही काफी नहीं है। उसके लिए हमारे पास खुद का इंस्पिरेशन होना जरूरी है। लेकिन ये कहना भी सही नहीं होगा कि हमारे जीवन में मोटिवेशन का कोई महत्व नहीं है। हमारे जीवन में मोटिवेशन भी जरूरी है क्योंकि जब हम जीवन में थकने लगते हैं, हारने लगते हैं तो वहां मोटिवेशन हमारे इंस्पिरेशन को सहारा देता है। मोटिवेशन हमें हमारे अंदरुनी शक्तियों की याद दिलाता है। हमें अपनी शक्तियों की पहचान कराता है। यानी हम दुसरो के मोटिवेशन से अपने इंस्पिरेशन को सहारा दे सकते हैं।
तो दोस्तों उम्मीद है कि अब आप समझ गए होंगे कि मोटिवेशन और इंस्पिरेशन में क्या फर्क होता है तो यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करें और आपको कहां से इंस्पिरेशन मिलता है हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। और आप चाहे तो हमें फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं हम वहां भी मोटिवेशनल कंटेंट शेयर करते हैं। धन्यवाद

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