Motivational stories in hindi for success
No excuse |
बहाने बनाना छोड़ दें
क्योंकि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप गरीब परिवार में पैदा हुए हो। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास पैसे नहीं है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने पढ़े लिखे हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप नाटे हैं, मोटे हैं, काले हैं, दुबले हैं, पतले हैं, या विकलांग है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। क्योंकि जिसे पढ़ना है वह लाइट जाने के बाद भी टॉर्च जलाकर पढ़ लेगा। वह बहाना नहीं बनाएगा की लाइट चली गई अब मैं कैसे पढ़ाई करूं। जिसे अपने मंजिल पर पहुंचना है वह ऑटो पकड़ कर भी अपने मंजिल पर पहुंच जाएगा।वह ये बहाना नहीं बनाएगा की ट्रेन छुट गई या बस छुट गई। इस दुनिया का इतिहास ऐसे हजारों लोगों की कहानियों से भरा हुआ है जिन्होंने बद से बदतर हालातों में भी बहाना नहीं बनाया और अपने जीवन में सफलता क्यों ऊंचाइयों को छुआ। तो आइए आज हम आपको हम ऐसे ही कुछ महान लोगों से मिलवाते हैं। जो चाहते तो अपनी कमजोरियां का बहाना बना सकते थे परंतु उन्होंने बहाना नहीं बनाया इसलिए वे अपने जीवन में सफलता के शिखर तक पहुंचे।
इनसे मिलिए
APJ Abdul kalam life story in hindi
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APJ Abdul kalam |
ये है- भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम । इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक अत्यंत गरीब परिवार में हुआ था। इनका बचपन इतनी गरीबी में बीता था कि वे अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए ट्रेनों में अखबार बेचते थे। मगर इन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया कि मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं।
Dhirubhai ambani life story in hindi

ये हैं- ‘धीरूभाई अंबानी‘ रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक। केवल हाईस्कूल तक पढ़ाई करने वाले धीरूभाई अंबानी गरीबी की वजह से हाई स्कूल से आगे नहीं पढ़ पाए। पैसे की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़कर बेरोजगार के लिए मुंबई आ गए। जब वे मुंबई आए तो उनके पास केवल ₹500 थे। उसी ₹500 से उन्होंने सामान खरीद कर पकौड़े बेचना शुरू किया। बाद में उन्होंने पेट्रोल पंप पेट्रोल पंप पर भी काम किया। फिर कुछ पैसे जुटाकर उन्होंने बिजनेस करना शुरू किया। और आखिर में जब उनकी मौत हुई तो उनकी कंपनी का टर्नओवर था 75000 करोड रुपए। इसलिए आप पैसे की कमी का बहाना भी नहीं बना सकते।
Sachin tendulkar life story in hindi

Sachin tendulkar
इनको कौन नहीं जानता ये है क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर। कैरियर के शुरुआती दिनों में लोग इनका मजाक उड़ाया करते थे क्योंकि इनके छोटे कद की वजह से गेंद इनके सर के ऊपर से निकल जाती थी। यह चाहते तो छोटे कद का बहाना बनाकर क्रिकेट खेलना छोड़ सकते थे। लेकिन इन्होंने कभी बहाना नहीं बनाया बल्कि अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाया। आज सारी दुनिया इन्हें क्रिकेट का भगवान् कहती हैं।
Arunima Sinha life story in hindi

Arunima Sinha
ये है अरुणिमा सिन्हा। इनका जन्म 1988 में भारत के अंबेडकर नगर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था बास्केटबॉल की नेशनल खिलाड़ी रही अरुणिमा सिन्हा को 2011 में बदमाशों ने चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। ट्रेन की पटरियों के बीच गिरी ये लड़की रात भर दर्द से चीखते हुए अपनी मौत का इंतजार करती रही। सुबह लोगों ने इन्हें बेहोशी की हालत में हॉस्पिटल पहुंचाया टूटे पैरों में इन्फेक्शन होने की वजह से डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा और दुसरे पैर में राॅड लगानी पड़ी। ऐसी बुरी परिस्थितियों में इन्होंने ठान लिया कि दुनिया के सबसे ऊंची चोटी माउंट को फतह करना है। विकलांग होने के बावजूद इन्होंने मौत से लड़ते हुए एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहरा दिया। आपको क्या लगता है एक लंगडी लड़की के लिए दुनिया की सबसे ऊंची पहाड़ की चोटी पर फतह करना आसान काम रहा होगा। क्या वे चाहती तो विकलांग होने का बहाना बनाकर घर में नहीं बैठ सकती थी।
Nirbhay vujicic life story in hindi
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Nick vujicic |
ये है- निक वुजिक। इनका जन्म 4 दिसंबर 1982 को मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया)में हुआ था। बिना हाथ पैरों के जन्मे इस व्यक्ति का जीवन शुरू से ही काफी चुनौतीपूर्ण रहा।अपने कठिन जीवन से तंग आकर इन्होंने एक बार सुसाइड की भी कोशिश की थी परंतु वे बच गए। एक बार उनकी मां ने अखबार में प्रकाशित एक विकलांग व्यक्ति के संघर्ष और सफलता की कहानी इनको पढ़ के सुनाई। तभी से इनका जीवन बदल गया। आज ये एक मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक है। पूरी दुनिया में इनके लाखों-करोड़ों प्रशंसक है,आज ये जहां जाते हैं वहां तालियों की गड़गड़ाहट से इनका स्वागत होता है। इनका जीवन उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो अपनी कमजोरियों का बहाना बनाकर हार मान लेते हैं।
Stephen hawking life story in hindi

ये है- स्टीफन हॉकिंग। क्या आपको यकीन है कि जो व्यक्ति अपनी जगह से हिल-डुल नहीं सकता, कुछ बोल नहीं सकता वह व्यक्ति दुनिया का सबसे महान वैज्ञानिक हो सकता है। स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942
ऑक्सफोर्ड, (इंग्लैण्ड) में एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन में ये रोड न्यूरोंस नामक बीमारी के शिकार हो गए। जिसकी वजह से इनके शरीर की कोशिकाओं ने काम करना बंद कर दिया। इनके दिमाग के अलावा इनके शरीर का कोई भी हिस्सा काम नहीं करता था। फिर भी इन्होंने पढ़ाई पूरी की और विज्ञान जगत में ऐसे ऐसे अविष्कार किए कि सारी दुनिया चकित रह गई। ब्लैक होल्स, बिग बैंग थ्योरी और गुरुत्वाकर्षण जैसे ब्रह्मांड के रहस्यों पर अनोखे रिसर्च की वजह से ये विज्ञान जगत के सेलिब्रिटी बन गए। ये कहते थे कि अगर मुझे यह बीमारी नहीं होती तो मैं शायद इतना सफल नहीं हो पाता।
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