लॉ ऑफ अट्रैक्शन इन हिंदी|आकर्षण का नियम कैसे काम करता है?
दोस्तों पिछले article में हमने बताया था कि आपकी सोच में कितनी अद्भुत शक्ति है। और आपकी सोच आपके जीवन को कैसे प्रभावित करती है। अब आप में से कई लोग यह सोच रहें होंगे कि ऐसा भला कैसे संभव है। केवल सोचनें भर से हमारे जीवन में इतना बदलाव कैसे हो सकता है। तो सुनिए यह सब आकर्षण के सिद्धांत (law of attraction) की वजह से होता है। चलिए इस बात को scientific रूप से समझते हैं कि आकर्षण का सिद्धांत कैसे काम करता है।
आकर्षण का सिद्धांत
हमारे वैज्ञानिकों ने काफी रिसर्च करने के बाद इन नियमों की खोज की और माना कि हां यह नियम सच में काम करते हैं। जैसे गुरुत्वाकर्षण का नियम,(law of gravity) आकर्षण का नियम,(law of attraction) परिवर्तन का नियम, (law of reversibility) विश्वास का नियम,( low of believe) एकाग्रता के नियम (low of concentration) गति के नियम (low of motion) मुख्य रूप से शामिल है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन के अनुसार हमारा मस्तिष्क एक ऐसी चुंबकीय उर्जा का केंद्र है जो अदृश्य तरंगों के द्वारा ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़ी हुई है। यह उर्जा हमारे विचारों और भावनाओं से अदृश्य तरंगों के रूप में निकालती और ब्रह्मांड में फैली हुई सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ आकर्षित करती है।
इन अदृश्य तरंगों को सबसे पहले ध्यान पर बैठे ऋषि मुनियों ने महसूस किया था। परंतु विज्ञान को शायद उनकी बातों पर यकीन नहीं हुआ इसलिए वैज्ञानिकों ने भी इन अदृश्य तरंगों पर काफी रिसर्च किया। तब जाकर इस ऊर्जा के बारे में दुनिया को पता चला। जी हां यह कोई myth नहीं है या एक fact है। आपने न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण का नियम के बारे में जरूर सुना होगा। जो धरती पर मौजूद सभी चीजों को अपने केंद्र की ओर आकर्षित करती है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन भी बिल्कुल ऐसे ही काम करता है। आप खुद सोचिए कि आप एक छोटी सी मशीन के जरिए अपने घर में बैठे-बैठे हजारों किलोमीटर दूर होने वाली आवाज को कैसे सुन लेते हैं। कैसे किसी दूसरे व्यक्ति के मन की भावनाएं आपके मन तक पहुंच जाती है। कैसे आपके द्वारा मांगी हुई दुआएं कुबूल हो जाती है। यह सब लाॅ आफ अट्रैक्शन की शक्ति का ही कमाल है। आइये अब समझते हैं कि लॉ ऑफ अट्रैक्शन की शक्ति आपकी जिंदगी में कैसे काम करती हैं। कैसे आपको अमीर या गरीब, सफल या असफल बनाती है।
आकर्षण का सिद्धांत कैसे काम करता हैै
देखिए जब आप बार-बार अपनी गरीबी या असफलता के बारे में सोचते हैं तो आपके सोच से निकली हुई नकारात्मक ऊर्जा ब्रह्मांड में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ आकर्षित करने लगती है। और जब ये नकारात्मक ऊर्जा आपके मन में प्रवेश करती है तो आपके मन में नकारात्मक विचार उठने लगते हैं। आपकी इच्छा-शक्ति क्षीण हो जाती है और आपका आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है। इच्छा-शक्ति क्षीण होने के कारण आपके दिमाग में सकारात्मक विचार उत्पन्न नहीं होते। इस नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से अमीर बनने के अवसर आपसे दूर भागने लगते हैं और यदि कभी-कभार आपको अमीर बनने का अवसर भी मिलता है तो कमजोर आत्मविश्वास के कारण आप यह सोचने में ही उस अवसर को गंवा देते हैं कि पता नहीं हम सफल होंगे या नहीं।
आकर्षण के सिद्धांत के अनुसार आपकी सोच आपके नींद को भी प्रभावित करती हैं। आपने इस बात को महसूस भी किया होगा कि जब आप बिस्तर पर चिंतित और तनावग्रस्त होते हैं तो आपको जल्दी नींद नहीं आती क्योंकि चिंता और तनाव उत्पन्न करने वाले विचार आपकी नींद में बाधा डालते हैं। और जब आप खुश और संतुष्ट होते हैं तब आपको बहुत अच्छी और गहरी नींद आती है।
आकर्षण का सिद्धांत आपके समाजिक और परिवारिक संबंधों को भी प्रभावित करता हैं। इसलिए मैंने कहा है कि आपकी सोच आपको दुनिया में सम्मान दिला सकती हैं और अपमान भी करा सकती हैं क्योंकि नकारात्मक सोच से आपके अंदर नकारात्मक व्यक्तित्व का निर्माण होता है और आकर्षण के सिद्धांत के अनुसार नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति अपनी नकरात्मक सोच से नकारात्मक लोगों और नकारात्मक परिस्थितियों को आकर्षित करता है। जिसे कारण उसे बार-बार अपमान और दुख का सामना करना पड़ता है। जबकि सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक परिस्थितियों और सकारात्मक लोगों को आकर्षित करता है। आकर्षण के नियम की वजह से ही लोग किसी सेक्स ऑपोजिट की ओर आकर्षित होते हैं और लोगों को एक दूसरे से प्रेम हो जाता है।
तो दोस्तो आशा करता हूं कि यह वीडियो आपके लिए काफी ज्ञानवर्धक और उपयोगी रही होगी। तो अगर इस वीडियो से आपको कुछ नॉलेज मिला हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उनकी सोच में भी सकारात्मक बदलाव हो सके। और हां आप चाहे तो हमारे साथ फेसबुक इंस्टाग्राम टेलीग्राम और यूट्यूब के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं। धन्यवाद 🙏