How to focus on studies|useful study tips for students in hindi
Student life में लगभग हर student को अक्सर कई प्रकार की समस्याओं को face करना पड़ता है उन्हीं समस्याओं में से एक समस्या है, study में मन नहीं लगना या study पर focus नहीं बनना। आज के time में दुनिया में ऐसे लाखों स्टूडेंट्स है जो इस समस्या की वजह से परेशान है। हालांकि यह समस्या उतनी भी बड़ी नहीं हैं ऐसा करीब करीब हर स्टूडेंट के साथ होता है, हमारे साथ भी हुआ है लेकिन कई बार इस समस्या की वजह से कई स्टूडेंट्स का career बर्बाद हो जाता है, इसलिए इस topic पर बात करना बेहद जरूरी है। तो दोस्तो इस article में हम बात करेंगे कि आपका मन पढ़ाई में क्यों नहीं लगता और आप पढ़ाई पर focus क्यों नही बना पाते।
हम पढ़ाई पर पूरा फोकस क्यों नहीं कर पाते?
सबसे पहले हम बात करेंगे कि पढ़ई पर आपका फुल फोकस क्यों नहीं बनता क्योंकि जब हम इस समस्या के कारणों को समझ लेंगे तो निवारण भी आसान हो जाएगा। देखिए इस समस्या के मुख्यत: चार कारण है,
- goal decide ना होना,
- interest ना होना,
- concentration की कमी
- distractions.
goal decide ना होना
देखिए दुनिया का कोई भी आदमी जब कोई कार्य करता है तो या तो उसके पीछे उसका कोई मकसद होता है या उस काम में उसकी रुचि होती है। जो उसे उस काम से जोड़ कर रखती है। जैसे अगर आपको ₹100000 रूपए की जरूरत हो और आपको पता हो इस काम को करने के बाद मुझे ₹100000 रूपए मिलेंगे तो उस काम में आपका मन निश्चित रूप से लगेगा। लेकिन यदि आपसे उस काम को मुफ्त में करने के लिए कहा जाए तो आपका मन उस काम में बिल्कुल नहीं लगेगा। यहां मैं एक और उदाहरण देना चाहूंगा।
मान लीजिए आपको कही जाना हो लेकिन आपको पता ही नहीं हो कि आपको कहां पहुंचना है तो आप सारी जिंदगी चलते रहे तो भी कहीं पहुंच नहीं पाएंगे।
तो हमारे कहने का अर्थ है कि यदि आपके जीवन का कोई लक्ष्य है कि मुझे पढ़ लिखकर doctor, engineer या IPS बनना है तो आपके पास पढ़ाई में मन ना लगने का कोई कारण नहीं है। लेकिन यदि आप केवल अपने parents का दिल रखने के लिए पढ़ाई करते हैं या केवल इसलिए पढ़ाई करते हैं क्योंकि दूसरे लोग भी कर रहे हैं तो हो सकता है आपका मन पढ़ाई में ना लगें। इसलिए सबसे पहले अपने जीवन का एक लक्ष्य निर्धारित करें और पूरे दिल उसे पूरा करने का संकल्प लें।
जानिए पढ़ाई में आप का मन क्यों नहीं लगता ?
पढ़ाई में interest नहीं होना
दूसरी बात यदि आपका मन पढ़ाई में नहीं लगता तो इसका मतलब है कि आपको पढाई में interest ही नहीं है। या हो सकता है आपकी रूचि (interest) किसी और विषय में हो और आप गलत दिशा में प्रयास कर रहे हो। ऐसा भी संभव है कि आप जानबूझकर पढ़ाई में interest ही नहीं ले रहे हो। और ऐसा तब होता है, जब आप किसी विशेष विषय में कमजोर हो या कोई विषय आपको जटिल प्रतीत होता हो। इस परिस्थिति आपका मन पढ़ाई से भागने लगता है। इसलिए सबसे पहले जरूरी है कि आप पढ़ाई में interest लेना शुरू करें। खुद को पढ़ई के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश करें। अगर आप पुरे लगन के साथ पढ़ाई करें तो 50% संभावना हैं कि आपका पढ़ाई में interest हो जाए। परंतु यदि ना हो तो समझ जाएं कि आपको ईश्वर ने किसी और काम के लिए बनाया है। हो सकता है कि आपका interest पेंटिंग, सिंगिंग बिजनेस में हो या किसी स्पोर्ट्स में हो।
ऐसे में आप सबसे पहले अपने इंटरस्ट को फाइंड करें और जिस काम में आपका इंटरस्ट हो, आपकी रूचि हो, उसी से रिलेटेड अपना गोल बनाएं। क्योंकि यदि आपका गोल आपका लक्ष्य आपकी इंटरस्ट के वेस पर नहीं होगा तो आगे चलकर आपका फोकस घटने लगेगा। फिर आप चाहे कितना भी motivational video देख लो, कितना भी effort लगा लो, कुछ काम नहीं आयेगा। क्योंकि यह बात तो बिलकुल वैसी होगी जैसे आपकी रुचि क्रिकेट में हो और आप रोनाल्डो के जैसा बनने का सपना देखें। जैसे आप सचिन तेंदुलकर से कहे कि वह माईकल जैक्सन की तरह गा कर दिखाए। याद रखें दुनिया में हर चीज अपने प्रकृति के अनुसार ही काम करती है आप उससे उसकी प्रकृति के विपरीत उम्मीद नहीं रख सकते। इसलिए आप पहले तो पुरे दिल से पढ़ाई में रूचि पैदा करने का प्रयास करें। उसके उपरांत भी पढ़ाई में मन ना लगे तो बेहिचक पढ़ाई छोड़ दे और जिस काम में मन लगता हो वहीं काम करें। लेकिन याद रखे जो भी काम करें उसे पुरे दिल से करें।
पढ़ाई कैसे करें, जानिए पढ़ने का सही तरीका
Concentration की कमी
कई बार ऐसा होता है कि पढ़ाई में आपका मन भी लगता है,आपका इंटरस्ट भी होता है परंतु आप पढ़ाई पर फोकस नहीं रख पाते, आपका मन इधर उधर भागता है। तो यदि आपके साथ भी होता है तो आपके अंदर कंसन्ट्रेशन यानी एकाग्रता की कमी है
एकाग्रता की कमी के लिए आपके आसपास होने वाली कि चीजें जिम्मेदार होती है। जैसे- परिवार में आर्थिक तंगी, अशांति, रिश्तो में उतारचढ़ाव, मानसिक तनाव और सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव। ये सारी चीजें आपके mind को distract करती है। आपके फोकस को खंडित करती है। तो अपने माइंड से इन सभी destraction को दुर करने के लिए आपको अपने बुद्धि, विवेक और समझ को विकसित करना होगा। अपने मन को स्थिर और शांत करना होगा, तभी जाकर आप पढ़ाई पर full focus कर पाएंगे।
Distractions
Concentration और destraction दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं इसलिए अगर आप अभ्यास के द्वारा अपने concentration को बढ़ा ले तो आपके लिए destraction से छुटकारा पाना आसान हो जाएगा। कंस्ट्रक्शन अर्थात एकाग्रता को बढ़ाने के लिए योग विज्ञान में कई प्रकार की ध्यान साधना बताई गई हैं।
ध्यान क्या है और ध्यान करने से क्या लाभ हैं
उन्हीं में से एक है त्राटक ध्यान साधना। यह साधना आपके concentration को, आपके focus को कई गुना तक बढ़ा सकती है।
त्राटक ध्यान कैसे करें
त्राटक ध्यान कई विधियों से की जाती है। इनमें दो विधियों के बारे में नीचेे विस्तार सेेेे बताया गया हैैैै।
दीपक त्राटक
त्राटक के लिए किसी शांत और अंधेरे कमरे का चुनाव करें। तत्पश्चात अपनी रीढ़ की हड्डी और शरीर को सीधा रखते हुए अपने सुविधानुसार सुख-आसन अथवा पद्म आसन में बैठ जाएं। फिर किसी मोमबत्ती, दीपक , या लालटेन को जलाकर अपने से दो फीट की दुरी पर अपने आँखों के समानांतर रखिये और लागातार बिना पलक झपकाए उस पर देखते हुए अपना सारा ध्यान केंद्रित करें।
बिंदु त्राटक
दुसरी विधि- किसी शांत कमरे की दीवार पर एक गोलाकार बिंदू बना लें। अब आप उस बिंदु से दो फीट दूर बैठ जाएं और अपनी आंखों के साथ अपना पूरा फोकस उस बिंदु पर केन्द्रित करें। ऐसा आप जितनी देर तक कर सकते हैं उतनी देर तक करें और इस क्रिया को चार-पांच बार दोहराएं। ध्यान रहे, मोमबत्ती या दीपक की लौ हिले-डुले नहीं। त्राटक ध्यान के दौरान आंखों से पानी निकलने लगता है। तो इस परिस्थिति में आंखें मूंदकर कुछ देर विश्राम करें फिर दुबारा अभ्यास करें। यदि आंखों में किसी प्रकार की समस्या हो या मन अशांत हो, तो त्राटक ना करें। अन्यथा लाभ के स्थान पर नुकसान हो सकता है।
वैसे आप चाहे तो शुरुआत में त्राटक ध्यान किसी भी वस्तु के साथ कहीं भी कर सकते हैं। परंतु मेरा सुझाव है कि आप इसे प्राकृति के साथ करें। आप चाहे तो रात में चांद या तारेेेेेे पर ध्यान लगा कर भी त्राटक कर सकते हैंं। आप किसी फूल पर ध्यान लगा कर एकटक देख सकते हैं। आप नदी के बहते हुए पानी को टकटकी लगाकर देख सकते हैं, आप चाहे तो नीले आकाश को टकटकी लगाकर देख सकते हैं।
त्राटक आसन के लाभ
जिनका मन बहुत चंचल होता है, मन में हर समय फालतू के विचार आते रहते है और जो लोग मन को एकाग्रचित नहीं रख पाते, उनके लिए त्राटक साधना बहुत लाभदायक होती है. त्राटक साधना से हमारी मन एकाग्र होता है और हमारी याददाश्त भी बढ़ती है। त्राटक ध्यान आँखों के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इससे आँखों की रौशनी बढती है और यह नेत्र संबंधी रोगों को ठीक करता है। जो स्टुडेंट अपनी पढ़ाई पर concentrate नहीं कर पाते या जो किसी प्रकार के destraction के शिकार हैं, उन्हें नियमित रूप से त्राटक ध्यान करनी चाहिए। क्योंकि focus और concentration पावर को बढ़ाने के लिए त्राटक एक बेहतरीन उपाय है
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