हम लोग अपना अधिकांश जीवन भूत और भविष्य की कल्पनाओं में जीते हैं। यहां तक कि हम वर्तमान में कोई काम भी कर रहे होते हैं तो भी हमारा मन भूत और भविष्य के बारे में सोच रहा होता है। हमारा मन इतना चंचल है कि वह एक पल भी वर्तमान में नहीं ठहरता। अपने मन की चंचलता की वजह से हम वर्तमान की छोटी-छोटी खुशियों का आनंद नहीं ले पाते। यही कारण है कि हमें हमेशा अपने वर्तमान से शिकायत रहती है।
यहां हमारे कहने का यह अर्थ नहीं है कि हमारे जीवन में भूत और भविष्य की कोई उपयोगिता नहीं है। है लेकिन उनकी उपयोगिता बस इतनी है कि हमनें भूतकाल की गलतियों से जो सीखा है, उसे वर्तमान को बेहतर बनाने में उपयोग किया जाए और भविष्य की उपयोगिता इतनी ही है कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए वर्तमान की गतिविधियों को सुनियोजित किया जाए। लेकिन हम हमेशा भूत और भविष्य के विचारों में ही खोए रहते हैं। इस तरह भूत या भविष्य में उलझे रहने वाले मन को वर्तमान पर केंद्रित करना कठिन हो जाता है।
हम हमेशा सोचते रहते हैं कि काश ऐसा हो जाता तो हम खुश होते। काश ऐसा नहीं होता तो आज हम कुछ और होते। ऐसा हो जाएगा तो हम खुश रहेंगे, ऐसा हो जाएगा तो हम सुखी रहेंगे। हमारे मन में हमेशा इस तरह के विचार चलते रहते हैं। मगर इन विचारों के चक्कर में हम भूल जाते हैं कि हमारा वर्तमान समय बिता जा रहा है जो भूत और भविष्य की कल्पनाओं से कहीं अधिक मूल्यवान है।
यहां मैं अपने जीवन की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सुनना चाहूंगा जिससे आप समझ पाए कि वर्तमान में रहना कितना जरूरी है। यह घटना नवम्बर 2013 की है। हमने माल ढोने वाली नई पिकअप भान खरीदी थी। जिसे हम खुद ही ड्राइव करते थे। सुबह 4:00 बजे का समय था। हम माल लोड करके बरौनी जा रहे थे। गाड़ी चलाते समय हम भूत और भविष्य के विचारों में उलझे हुए थे। इन्हीं विचारों में खोए रहने के कारण हमारा ध्यान रोड से भटक गया। फिर अचानक जब हमे होश आया तो हमारी नई गाड़ी बीच रोड पर पलटी हुई थी। उस गाड़ी को खरीदे अभी केवल एक महीने ही हुए थे, हमें इतना दुख हुआ था कि हम बता नहीं सकते। उसके बाद हम डिप्रेशन में चले गए। हां उस घटना से हमे ये फायदा हुआ कि हम वर्तमान में जीना और डिप्रेशन से बाहर निकलना दोनों सीख गए।
तो दोस्तो अब आप समझ गए होंगे कि वर्तमान में जीना क्यों जरूरी है। हमारे जीवन में लगभग सारे दुर्घटनाएं इसलिए होती है क्योंकि हम वर्तमान में रहकर काम नहीं करते।एक ड्राइवर का गाड़ी चलाते समय वर्तमान में ना रहे तो दुर्घटना हो सकती है एक कारीगर का वर्तमान में रहकर काम ना करें तो चीजें टूट सकती है अगर आप वर्तमान में रहकर भी वीडियो नहीं देख रहे हो तो आपको हमारी कोई भी बात समझ में नहीं नहीं आएगी। किसी काम को करते समय हमसे गलतियां इसलिए होती है क्योंकि हमारा ध्यान वर्तमान में नहीं होता।
इसलिए अगर आप आज से ही वर्तमान में रहना सीख जाएं तो आप पाएंगे कि आपके जीवन की समस्याएं धीरे-धीरे कम हो गई है और आप जीवन में हर पल आनंदित महसूस करने लगेंगे। अब आपके मन में भी यह प्रश्न उठ रहा होगा कि हम वर्तमान में कैसे रहें। तो सुनिए हमेशा वर्तमान में रहना इतना आसान नहीं है लेकिन अगर आप दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर अभ्यास करते रहेंगे तो यह आपके लिए इतना भी मुश्किल नहीं है। वर्तमान में जीने के लिए लोग कई तरह की योग-साधना करने की सलाह देते हैं। लेकिन यहां हम आपको उससे भी आसान तरीका बताने वाले हैं। जिससे आप अपने क्रियाकलापों को भी साधना बना सकते हैं।
आज से आप जो भी काम करें उसे पूरे ध्यान से होश पूर्वक और पूरी सजगता के साथ करें। आप चले तो ऐसे चले जैसे करतब दिखाने वाले रस्सी पर चलते हैं। जब जब आपके पैर जमीन को स्पर्श करें तो उसे महसूस करें। भोजन करें तो ऐसे करें जैसे आप जीवन में पहली बार भोजन कर रहे हो। भोजन के हर कौर उठाते समय, अपने मुंह में रखते समय उसे ध्यान से देखें। भोजन के खुशबू और स्वाद को पूरी तरह महसूस करें। जब आप बैठे एकदम शांत और मौन होकर बैठे। भूत और भविष्य के विचारों से ध्यान हटाकर अपनी आती जाती सांसों पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें।
शुरूआत में आपका मन बार-बार वर्तमान से भागकर विचारों में उलझने की कोशिश करेगा लेकिन आप बार-बार उसे अपने सांसों पर केंद्रित करने का प्रयास करते रहे। इसी तरह प्रतिदिन अपने हर काम को पूरे ध्यान से एकाग्र होकर करने का प्रयास करें। कुछ दिनों के अभ्यास बाद आप धीरे-धीरे वर्तमान में रहना सीख जाएंगे।
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धन्यवाद 🙏
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