मां-बाप पर सर्वश्रेष्ठ अनमोल सुविचार | how to convince your parents

        मां बाप पर सर्वश्रेष्ठ अनमोल सुविचार

Maa baap per sarvshreshth Anmol suvichar
Respect your parents

  माँ-बाप का कर्ज

आजकल अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने मांबाप की इज्जत नही करते, उनसे अलग रहते है, उनसे लड़ाई झगड़े करते है । कभी-कभी तो ये भी देखा जाता है कि कुछ लोग अपने माता-पिता को वृद्धाश्र्म में छोड़ आते  है । कैसी विडंबना है जिस मां ने नौ महीने तक आपको अपने पेट में रखा । आपका हर पल ख्याल  रखा, आपको अपना दुध पिला कर बड़ा किया । वह मां आपको बोझ लगने लगी । जिस बाप ने आपको अपनी उँगली पकड़ कर चलना सिखाया । जिसने रात दिन मेेेेहनत करके आपकी हर ख्वाहिश पुुरी की। आपकी खुशी के लिए अपनी खुशीयों का गला घोंट दिया । वह बाप आपको बुरे लगने लगे । कितने दुख की बात है जिस मां -बाप ने आपको कभी भी रोने नही दिया, आप उनको रूलाते है । जिस मां -बाप ने खुद भुुुखा रह कर आपको अपने हाथों से आपके मुुंह 
में खाना खिलाया, आज आप उनको खाने को नही पूछते । जिस मां-बाप ने आपको  एक पल के लिए भी अकेला नही छोड़ा , उस मां-बाप को  बुढ़ापे में आप अकेला छोड़ देते है । आप इतने कठोर इतने निर्दयी कैसे हो जाते है, इतना बड़ा विश्वासघात आप कैसे कर सकते है , इतना  बड़ा पाप आप क्यों करते है ।

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जरा अतीत में जाकर याद किजिए अपने बचपन को जब आप अपने मां के गोद में बैठकर दुध पीते थे और अपने  नन्हे -नन्हे पैरों से अपने मां के मुंह पर मारते थे, दुनिया में ऐसा कौन है जो आपके लात खा कर भी आपको दुध पिलाये । याद कीजिए उन सर्दियों की रातों को जब आप बिस्तर पर पेशाब कर देते थे तो आपकी मां आपके सोने की जगह बदल कर खुद गीले बिस्तर पर सो जाती थी और आपको सुखे में सुनाती थी । ना जाने कितनी ही बार आपके मां-बाप ने पड़ोसियों से झगड़ा किया है आपकी शरारतों की वजह से । हर बार हर मुसीबत से बचाया है आपको, जब आप कमजोर थे ,और जब आपके मां-बाप कमजोर हो गए है जब उनको आपकी जरूरत है तब आप उनसे अलग हो जाते है, उनका दिल दुखाते है ।

अपने मां-बाप को मत भूलना-Recpect your parents
My parents my love

याद रखना एक दिन आप भी बाप बनोगे और आपके भी बच्चे जवान होकर आपके साथ वैसा ही सुलूक करेंगे जैसा आप अपने मां-बाप से करते है, क्योंकि बच्चे अपने मां-बाप से ही सीखते हैं । कुछ लोग कहते है कि हमारे मां-बाप ने हमे कुछ नही दिया है, तो उनसे मेरा यहीं कहना है कि आप अभी जो भी हो ,उसे आपके मां-बाप की ने दिया है ,आपका जो अस्तित्व है आपके मां-बाप का है । इस दुनिया की कोई भी दौलत मां -बाप  के कर्ज को अदा नही कर सकती । महाभारत में युधिष्ठिर ने भी कहा है  कि धरती से भी बड़ी मां है और आसमान से भी ऊंचा पिता का स्थान है । आप कितना भी पुजा पाठ कर ले दान-पुण्य या तीर्थ कर लें अदि आपके मां-बाप आपसे दुखीं है तो सब व्यर्थ है । भगवान गणेश जी ने तो माता-पिता की परिक्रमा करके ही सारी दुनिया की परिक्रमा पुरी कर ली थी । हमारे धर्मग्रंथों में भी कहा गया है कि जिस घर में मां-बाप खुश रहते है वह घर स्वर्ग से भी सुंदर होता है ।
रामायण  में तो भगवान राम ने अपने पिता के वचन को पुरा करने के लिए चौदह वर्षो तक वनवास का दुख सहन किया था । 

मां-बाप को मत भूलना-Recpect your parents
Don’t forget your parents

दोंस्तो मैं आपसे भगवान श्रीराम या श्रवण कुमार बनने के लिए नही कहूँगा, लेकिन बस आपसे यहीं निवेदन करना चाहुंगा कि आप किसी भी परिस्थिति में मां-बाप का साथ ना छोड़े क्योंकि वे लोग बड़े खुशनसीब होते है  जिनके मां-बाप उनके साथ रहते है ।मां-बाप की कमी क्या होती है ये उनसे पूछो जिनके मां-बाप नही है इसलिए आपके मां-बाप चाहे कैसे भी हो  अच्छे हो या बुरे हो,  पुजा करने योग्य है,  आप कभी उनको दुख ना दे वर्ना उनके आंसु आपके जीवन को तबाह कर देंगे ।


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