5 प्रभावशाली तरीके – जो आपके brain power को 100% increase कर सकते हैं

Increase your brain power

how to increase your brain power

Human brain इस ब्रह्माण्ड की सबसे वैज्ञानिक कहते हैं कि एक आम इंसान पूरे जीवन काल में अपने brain को 5 से 10% ही use कर पाता है। शायद यहीं वजह है कि दुनिया के 99% लोग अपना सारा जीवन अभाव और तंगहाली में बिताते हैं। और सबसे बड़ी विडंबना यह है कि वह चाहे तो अपने brain को उसके full potential तक use करके इच्छित रूप से धन संपदा, शक्ति और बुद्धिमत्ता को प्राप्त कर सकता है और एक सुखी संपन्न और खुशहाल जीवन जी सकता है। इसलिए इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैं कि आप अपने brain को 100% कैसे use कर सकते हैं।

अपने दिमाग को 100% उपयोग कैसे करें

देखिए सबसे पहले हम आपके सामने दो बातें स्पष्ट कर देना चाहते हैं। पहली बात ये कि आपका दिमाग हमेशा 100% ही काम करता है। ऐसा नहीं है कि किसी काम के दौरान आपका दिमाग 100% यूज नहीं होता। दिमाग तो 100% ही यूज होता है। इसलिए आपका यह समझ लेना जरूरी है कि यहां बात दिमाग की एक्टिविटीज की नहीं बल्कि क्षमताओं की हो रही है। उदाहरण के लिए आपके पास एक प्रीमियम स्मार्ट फोन है। जिसमें कई सारे फीचर्स हैं। आप उसमें विडियो देख सकते हैं। तस्वीर ले सकते हैं। इंटरनेट चला सकते हैं और इसी तरह और भी बहुत सारे काम कर सकते हैं। लेकिन आप उसको केवल कालिंग के लिए ही यूज कर रहे हैं। अब जरा ध्यान से समझिए। यहां आपके स्मार्टफोन के फंक्शन तो पूरा काम कर रहे हैं लेकिन चूंकि आप को उसके सभी फीचर्स के बारे में जानकारी ही नहीं है या अगर जानकारी भी है तो आपको उन फीचर्स को यूज ही करना नहीं आता इसलिए आप उसकी पूरी क्षमता तक उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।दूसरी बात यह है कि आप अपने दिमाग को 100% यूज नहीं कर सकते। आप क्या कोई भी नहीं कर सकता क्योंकि जिस प्रकार ये ब्रह्माण्ड अनंत है। उसी प्रकार आपके दिमाग की शक्तियां और क्षमताएं भी अनंत है। इसकी कोई सीमा नहीं है। हां आप इसको ज्यादा से ज्यादा यूज करने की कोशिश कर सकते हैं। वैसे यदि आप अपने दिमाग को 50% भी यूज कर लें तो आप Elon Musk से ज्यादा दौलतमंद बन सकते हैं। Iron man से ज्यादा शक्तिशाली बन सकते हैं या अल्बर्ट आइंस्टीन से भी ज्यादा बुद्धिमान बन सकते हैं। बस आपको ये सीखना है कि brain को full potential तक use कैसे किया जाए।

  • अपना belief system change करें

देखिए, हमारे दिमाग का सबसे शक्तिशाली हिस्सा है। हमारा अवचेतन मन। जो हमारे दिमाग की सबसे भीतर परत है। हम प्रतिदिन जो विचार, बार बार सोचते रहते हैं या बार बार मन में दोहराते रहते हैं। वह हमारे अवचेतन मन में स्टोर होती रहती हैं और फिर उन्हीं विचारों से हमारा विलीव सिस्टम बनता जाता है। और जैसा कि हम जानते हैं कि हमारा जन्म ही ऐसे समाज में हुआ है। जहां हमे बचपन से ही चारों तरफ निगेटिव बातें सुनने और देखने को मिलती है। हमारे मां बाप, टीचर और आसपास के लोग जाने अंजाने में बात बात पर हमें डांटते और टोकते रहते हैं। जैसे कि तुम बेवकूफ हो। तुम कमजोर है। तुम्हारी किस्मत खराब है। जमाना खराब है। ये तुमसे नहीं होंगा। यह तुम्हारे बस की बात नहीं है। इत्यादि। फिर वही चीजें हम बार बार सोचते और दोहराते रहते हैं। और धीरे धीरे वहीं चीजें हमारा विलीव सिस्टम बन जाती है। जो हमारे दिमाग को लाक कर देती हैं। और हमे एक कंफर्ट जोन में कैद करके हमें अपने दिमाग की असीम संभावनाओं को एक्सप्लोर नहीं करने देती। इसलिए हमें सबसे पहले अपने निगेटिव विलीवस के चेंज करना होगा और खुद पर अपने दिमाग की शक्तियां पर विश्वास करना होगा। लेकिन इसे करेंगे कैसे। देखिए, आपका अवचेतन मन बहुत ही अच्छा सेवक है। यह आपकी हर बात मानता है। यह आपकी हर इच्छा को पूरा करता है। आपके हर कल्पना को हकीकत में बदल देता है। परंतु दिक्कत यह है कि यह अच्छे बुरे में भेद नहीं कर सकता। इसलिए आपको किसी भी हाल में निगेटिव विचारों को इससे दूर रखना है। और बार बार पोजिटिव विचारों को सोचना है और प्रतिदिन positive affirmations को दोहराना है। जैसे मैं बहुत खुश हूं। मेरा दिमाग बहुत तेज है। मैं बहुत बुद्धिमान हूं। मुझे अपने दिमाग पर पूरा विश्वास है, मैं यह कर सकता हूं। इत्यादि।

हर सुबह करें ये positive affirmations, आपकी जिंदगी बदल जाएगी

  • प्रतिदिन मेडिटेशन करें

देखिए, हमारे दिमाग में बुद्धिमत्ता और उर्जा की कोई कमी नहीं है। परंतु यह उर्जा अनियंत्रित रूप में कई अलंग अलग दिशाओं में बह रही है। जो निश्चित रूप से उर्जा की बर्बादी है। आपने अपने दिमाग को इतने सारे निगेटिव विचारों और बिना मतलब की बातों से भर रखा है कि यह एक पल भी शांत और फोकसड नहीं रह पाता। जबकि हमारा दिमाग अच्छे से तभी काम कर पाता है। जब यह बिल्कुल शांत हो। उदाहरण के लिए न्यूटन ने गुरूत्वाकर्षण की खोज तभी की जब वह बगीचे में बिल्कुल शांत बैठा हुआ था। अगर उस वक्त उसका दिमाग शांत अवस्था में नहीं होता तो उसे ध्यान ही नहीं रहता कि पेड़ से सेब कब गिरा और क्यों गिरा। अल्बर्ट आइंस्टीन भी अपने प्रयोगशाला में कई की घंटो तक बिल्कुल अकेले बैठे रहते थे। भगवान बुद्ध भी आत्मज्ञान तभी मिला था जब वे कई दिनों तक बिल्कुल शांत बैठे रहे। इसलिए यदि आप भी अपने दिमाग को उसके फुल पोटेंशियल तक यूज करना चाहते हैं तो पहले अपने दिमाग को स्थिर और शांत करना होगा। और दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन सबसे बेस्ट उपाय है। हंसना और अपनी पसंद के गाने सुनना भी एक मेडिटेशन ही है। इससे आपके दिमाग में इंडोर्फिन, डोपामाइन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं। जिसमें आपके दिमाग को शांति और सुकून मिलता है। इसलिए आपको इन्हें भी जरूर करना चाहिए।

मेडिटेशन क्या हैं और मेडिटेशन कैसे करें

  • निरंतर अभ्यास करते रहें

क्या आपने कभी सोचा है कि काश आप भी रोहित शर्मा की तरह छक्के लगा पाते। काश आप भी क्रिस्टियनो रोनाल्डो की तरह किक लगा पाते। अरिजीत सिंह की तरह सिंगिंग कर पाते। या अपने पसंद के किसी भी क्षेत्र के चैम्पियन होते। जरूर सोचा होगा। लेकिन आपने ये नहीं सोचा होगा कि उन्होंने उस कौशल को, उस योग्यता को हासिल करने के लिए कितनी प्रैक्टिस की होगी। कई वर्षों तक ना जाने कितने घंटो अपने दिमाग की सारी बुद्धिमत्ता और उर्जा को एक दिशा में किसी एक चीज पर फोकस किया होगा। तक जाकर वे उस मुकाम तक पहुंचें है। अगर आप भी आप भी किसी फिल्ड में बादशाह बनना चाहते हैं तो अपने दिमाग की सारी ऊर्जा को किसी एक चीज पर फोकस करके प्रैक्टिस करना शुरू कर दें। फोकस और प्रैक्टिस बस दो ही काम आपको करना है और बाकी सब कुछ अपने दिमाग पर छोड़ दें। आपका दिमाग आपके हर सपने को साकार करेगा।

  • प्रतिदिन व्यायाम करें

देखिए, आपका दिमाग एक तरह से आपका बाडी गार्ड है। इसे आपके अस्तित्व को आपकी चेतना को सुरक्षित रखने के लिए विकसित किया गया है। इसके लिए प्राकृति ने इसे असीमित शक्तियां प्रदान की है। इन्हीं शक्तियों के द्वारा यह यह परिस्थिति में सरवाइव कर सकता है। हमारे पुर्वज जब इस पृथ्वी पर आए थे तो‌ उनके पास एक दिमाग के सिवा और कुछ भी नहीं था। और सामने थी। भुख, मौसम, बिमारी, जंगली जानवर और ऐसी ही हजारों प्रकार की मुसीबतें, संघर्ष और चुनौतियां। खाने पीने और रहना तो दूर उन्हे जिंदा रहने के लिए भी एक एक पल संघर्ष करना पड़ता था। शायद यहीं वजह है कि हमारा दिमाग इतना विकसित हुआ और हमारे जीवन में इतना बड़ा बदलाव संभव हुआ। एक रिसर्चों में भी यह पाया गया है कि नयी नयी चुनौतियों को फेस करने से हमारे दिमाग के न्यूरान्स का आकार बढ़ता है। जिससे हमारे दिमाग की क्षमता में वृद्धि होती है। नयी नयी चीजों को एक्सप्लोर करने से हमारे दिमाग की कसरत होती है और हमारा दिमाग अपनी क्षमताओं को विकसित करता है। तो आपको क्या करना है। आपको चालाकी से अपने को ऐसे ऐसे टास्क देना है। जिससे आपके दिमाग को अपना पैटर्न बदलना पड़े। जैसे, किताबें पढ़ना, गेम्स खेलना, पहेलियां सुलझाना, नयी नयी चीजें सीखना। आप चाहे तो कभी कभार दिमाग को उलझाने वाली थ्रिलर सस्पेंस मुवी भी देख सकते हैं। मुझे ये बहुत पसंद हैं।

  • दिमाग को भरपूर पोषण दें

दिमाग को ज्यादा से ज्यादा यूज करने के लिए जरूरी है कि उसे भरपूर खुराक दी जाएं। इसलिए आपको अपनी डाइट में दुध, बादाम, अखरोट,पालक, मछली और विटामिन ई से भरपूर फलों और सब्जियों को शामिल करना चाहिए। इससे आपके दिमाग में ज्यादा से ज्यादा नये न्यूरान्स बनते हैं। जिससे आपका दिमाग अपनी पुरी क्षमता से काम करता है। दिमाग की सेहत के लिए नींद बहुत ही जरूरी है। एक रिसर्च में पाया गया है कि नींद की कमी से दिमाग के न्यूरान्स सिकुड़ने लगते हैं। और इससे हमारी याददाश्त और एकाग्रता में कमी आती है। प्रसिद्ध neuroscient “Tom medox” कहते हैं कि नींद दिमाग का खुराक है। आप जितनी अच्छी नींद लेंगे आपका दिमाग उतना ही अच्छे से काम करता है। इसके अलावा शीर्षासन भी एक अच्छा उपाय है। शीर्षासन करने से आपके दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जिससे आपका दिमाग की मेमोरी पावर बढ़ती है और आपका दिमाग भी तेज होती है। प्रतिदिन एक्सरसाइज करना और दौड़ लगाना भी आपके दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसमें आपके दिमाग की कोशिकाओं को ज्यादा आक्सीजन मिलता है। जिसके फलस्वरूप आपके दिमाग की क्षमता बढ़ती है।

तो दोस्तो यहीं वो पांच तरीके हैं जिनसे आप अपने दिमाग को 100% use कर सकते हैं। मैं खुद भी इन पांचों नियमों को फॉलो करता हूं और मुझे इनसे बहुत फायदा हुआ है। आशा है आप भी इनका फायदा जरूर उठायेंगे।

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